केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यूको बैंक में 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध आईएमपीएस लेनदेन के संबंध में राजस्थान और महाराष्ट्र के सात शहरों में 67 स्थानों पर तलाशी ली। पिछले साल, 10-13 नवंबर के बीच 8,53,049 से अधिक IMPS (तत्काल भुगतान प्रणाली) लेनदेन हुए थे, जिसमें 41,000 से अधिक यूको बैंक खाताधारकों के खातों में 820 करोड़ रुपये गलत तरीके से स्थानांतरित किए गए थे। सीबीआई प्रवक्ता ने छापे के संबंध में कहा कि सात निजी बैंकों के लगभग 14,600 खाताधारकों से शुरू किए गए आईएमपीएस आवक लेनदेन को 41,000 से अधिक यूको बैंक खाताधारकों के खातों में गलत तरीके से पोस्ट किया गया था। इसके परिणामस्वरूप मूल बैंकों से वास्तविक डेबिट किए बिना यूको बैंक खातों में 820 करोड़ रुपये जमा किए गए।
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सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि राजस्थान और महाराष्ट्र में छापेमारी उन लोगों पर की गई, जिन्होंने पैसे प्राप्त किए और बैंक को वापस करने के बजाय इसे वापस ले लिया। इस मामले में यह तलाशी का दूसरा दौर है। दिसंबर 2023 में कोलकाता और मैंगलोर में निजी व्यक्तियों और यूको बैंक के अधिकारियों से जुड़े 13 स्थानों पर तलाशी ली गई। प्रवक्ता ने कहा कि इन ऑपरेशनों के दौरान, यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ-साथ 43 डिजिटल डिवाइस (40 मोबाइल फोन, 2 हार्ड डिस्क और 1 इंटरनेट डोंगल सहित) को फोरेंसिक विश्लेषण के लिए जब्त कर लिया गया।
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मामले की पृष्ठभूमि
यूको बैंक की शिकायत पर नवंबर 2023 के अंत में मामला दर्ज किया गया था। यह आरोप लगाया गया है कि 10 से 13 नवंबर के बीच, सात निजी बैंकों के लगभग 14,600 खाताधारकों से आईएमपीएस आवक लेनदेन को 41,000 से अधिक यूको बैंक खाताधारकों के खातों में गलत तरीके से पोस्ट किया गया था।
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